305 भाग
50 बार पढा गया
0 पसंद किया गया
बचने का कोई उपाय नहीं है, तर्क करना फिजूल है। यह कह चुका हूँ कि गौहर मेरा पाठशाला का साथी है। हमारे गाँव से उसका मकान एक कोस दूर था, एक ...